क्या तुमने देखी है कोई तीसरी राह भी रास्ते में...? क्या तुमने देखी है कोई तीसरी राह भी रास्ते में...?
जीवन जिसमें रहे प्रकाशित और अंतरमन भी हो आलोकित। जीवन जिसमें रहे प्रकाशित और अंतरमन भी हो आलोकित।
यम को कंपाने वाले ये शब्द आज उसी की गोद में सो गया। यम को कंपाने वाले ये शब्द आज उसी की गोद में सो गया।
अल्फ़ाज़ अल्फ़ाज़
कौनसे शब्द गद्य के हैं कौनसे पद्य के शब्द हैं ये बात समझ में क्यों नहीं आई ? कौनसे शब्द गद्य के हैं कौनसे पद्य के शब्द हैं ये बात समझ में क्यों नहीं आई ?
कुछ हम कहे कुछ तुम कहो चेहरे पर सबके नयी मुस्कान सजाये...। कुछ हम कहे कुछ तुम कहो चेहरे पर सबके नयी मुस्कान सजाये...।